नमस्कार दोस्तों
आपलोगों के लिए यह मेरा पहला पोस्ट है | मेरा नाम प्रताप हैं और मैं पेशे से एक सॉफ्टवेर इंजीनियर हूँ | मन्त्र, तंत्र और यंत्र के प्रति मेरा रुझान बचपन से ही रहा हैं | इनसे जुड़े लोगो के बीच रहना और सीखना मुझे बहुत पसंद था | शायद इसीलिए मुझे जब भी मौका मिलता मैं खोज मैं निकल पड़ता वैसे लोगो की जिनके पास वास्तव में इस तरह का ज्ञान था | वास्तविकता तो यह हैं कि ऐसे बहुत ही कम लोग बचे हैं जिनके पास वास्तव में इस तरह का ज्ञान सुरक्षित हैं | आजकल धर्म और कर्मकांड के नाम पर कुछ लोग सिर्फ अपना उदरपोषण ही कर रहे और कुछ नहीं | जिनके पास इस तरह का कोई ज्ञान हैं भी तो वो उचित पात्रता के आभाव में इस ज्ञान को खुद तक ही सीमित रखे हुए हैं और कुछ तो खुद ही समाज से कट कर दूर हो गये हैं | दोस्तों मैंने जो कुछ भी प्राप्त किया हैं उसे बाँटना चाहता हूँ आपलोगो के साथ ताकि यह ज्ञान सुरक्षित रह सके आनेवाली पीढ़ी के लिए | आनेवाली पीढ़ी इस ज्ञान से वंचित न रह जाए इसके लिए हमलोगों को ही मिलकर प्रयास करना होगा | यह ज्ञान हमलोगों के लिए एक धरोहर की तरह हैं और इसे सुरक्षित रखना हमलोगों का कर्तव्य हैं | समय आ गया है जब हमलोग एक बार फिर से साधनाओं के मर्म को समझे और उन्हें किसी योग्य गुरु के सानिध्य में उनके निर्देशन में ही सम्पादित करें तभी सफलता हमारा वरन करेगी | साधना में सफलता एक पात्रतानुगत क्रिया हैं जो समय के साथ धीरे-धीरे आपमें आती जाती हैं | अपने गुरु और इष्ट के प्रति अटूट विश्वाश और निरंतर प्रयास ही साधना में सफलता की कुंजी हैं | साधना में गुरु की उपयोगिता को नकारा नही जा सकता इसलिए मेरा आप सबों से अनुरोध हैं कि संभव हो तो योग्य गुरु के सानिध्य में ही इन साधनाओं को संपन्न करें | गुरु की उपस्तिथि साधनाओं में सफलता की दर को अनन्त गुना बढ़ा देती हैं और आपकी सफलता को सुनिश्चित कर देती हैं | साधनाओं में सफलता का मतलब होता हैं कि आपने जिस कार्य के लिए संकल्प लेकर साधना की हैं उसकी पूर्ति होना | स्वःकल्याण और सर्वकल्याण की भावना से की गयी साधना जिसमे किसी अच्छे इन्सान का बुरा ना सोचा गया हो निसंदेह पूरी होती ही हैं | इस ज्ञान को सुरक्षित रखने का यह मेरा छोटा सा प्रयास हैं | मेरे विचारों से सहमत होना न होना ये आपलोगों के व्यक्तिगत इच्छा पर निर्भर करता हैं | ब्लॉग में बताई गयी साधना में प्रयुक्त सामग्रियों को आप कहीं से भी प्राप्त कर सकते हैं , ना मिलने की स्तिथि में साधना के अंत में बताये गये पते पर संपर्क कर के प्राण-प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्यतायुक्त साधना सामग्री उचित मूल्य पर प्राप्त कर सकते हैं | मैं यह कार्य किसी की भावनाओं को किसी भी तरह से कोई ठेस पहुचाने के लिए नहीं कर रहा हूँ और न ही किसी भी प्रकार के वाद-विवाद को जन्म देने के लिए कर रहा हूँ | दुर्भाग्यवश अगर ऐसी किसी भी स्तिथि की उत्पत्ति होती हैं तो मैं किसी भी तरह से उनका समर्थन नहीं करता हूँ | आपलोगों को साधनाओं में सफलता प्राप्त हो और आपकी हर इच्छा पूरी हो ऐसी ही मंगल कामना मैं ईश्वर से करता हूँ |
शीघ्र ही मिलेंगे एक प्रमाणिक साधना विधि के साथ ...जय गुरुदेव
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